महेवा,इटावा। नाबार्ड के उपमहा प्रबंधक राजेश कुमार सिंह ने नाबार्ड द्वारा संचालित परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने महेवा ब्लॉक क्षेत्र के एक गांव में आयोजित कार्यक्रम में भू-जल संरक्षण पर जोर दिया।
नाबार्ड के फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित जिला कार्यालय पर उन्होंने जिला विकास प्रबंधक अरुण कुमार के साथ बैठक कर विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने नाबार्ड की स्थानीय सहयोगी संस्था अवार्ड के सुमित कुमार व खुशवंत सिंह, श्रमिक भारती संस्था से विनीत चौहान,यमुना चंबल एफपीओ सीईओ उत्कर्ष सिंह के अलावा अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों प्रेम कुमार शाक्य, दीपनारायण शुक्ला, सरफराज व इरशाद से भी बातचीत की।
महेवा ब्लॉक क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि नाबार्ड के उप महाप्रबंधक राजेश कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि में पुरातन विधियों को फिर से अपनाएं तथा मृदा व भू-जल संरक्षण के प्रयास करें। अधिकाधिक पेड़ पौधे लगाएं और मेंड़बंदी करें व कम पानी वाली फसलें करें। इस दौरान उन्होंने एक फलदार पौधे को रोपित कर संस्था द्वारा संचालित वृक्षारोपण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। तथा नाबार्ड द्वारा संचालित परियोजनाओं के लाभार्थियों से बात की।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अरुण कुमार ने कहा कि भू-जल का अनावश्यक प्रयोग न करें। पुराने तालाबों को पुनर्जीवित व सौंदर्यीकरण किया जा रहा है खेत तालाब भी बनाएं। वर्षा जल का संचयन करते हुए जल संरक्षण के हर संभव प्रयास करें। कृषि वैज्ञानिक डॉ.भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वर्षा के दौरान ज़मीन के कटान को रोकने के लिए गड्ढे बनाएं तथा बारिश के जल को संचित करें। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य सहित अन्य अतिथियों ने जल संरक्षण हेतु कई युवाओं को फावड़े भी प्रदान किए।
कार्यक्रम के दौरान रिएक्ट संस्था के प्रोजेक्ट इंजीनियर शैलेश कुमार, पूर्व प्रधान महेश चौहान, एग्रोनामिस्ट प्रियांशु तिवारी, जल छाजन विकास समिति अध्यक्ष दिनेश कुमार, कोषाध्यक्ष किशोर सिंह चौहान,सुभाष सक्सेना, योगेश सिंह परिहार,अंशु चौहान के अलावा तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।