महेवा,इटावा- महेवा विकास खंड अन्तर्गत एक ग्राम पंचायत का सचिवालय न खुलने से जनता समेत खुद ग्राम प्रधान परेशान बने हुए हैं। एक तरफ प्रदेश सरकार ने जनता के कार्यों को उनके गांव में ही करवाने का वादा किया और गांव गांव ग्राम पंचायत सचिवालय बनवाकर लाखों रुपए का खर्चा किया है पर ग्राम पंचायत सचिवालय में काम होने का सपना फेल होता नजर आ रहा है।
महेवा ब्लॉक के अंतर्गत भूलपूर ग्राम पंचायत में बना मिनी सचिवालय ग्राम पंचायत सहायिका की मनमानी के चलते नही खुल पा रहा है,जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि लोगों का कहना है, कि ग्राम पंचायत सहायिका हर रोज नही आती और अपनी ड्यूटी नही निभाती, जिसके कारण क्षेत्रीय जनता को ग्राम पंचायत में होने वाले छोटे छोटे कार्यों के लिए ऊपर भागना पड़ता है।
इस सम्बंध में जब ग्राम प्रधान सुरजीत तिवारी से जानकारी हासिल की गई जिसपर उन्होंने बताया ग्राम पंचायत सचिवालय में ग्राम पंचायत सहायिका करीब 10 महीने से फर्जी तरीके से केवल सुबह जाकर अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करवा देती है परंतु चली जाती हैं,जिसके कारण लगातार 10 महीने से ग्राम पंचायत सचिवालय में रात और दिन ताला पड़ा रहता है ग्राम प्रधान ने जब सहायिका से रोज आने के लिए कहा गया तो सहायिका ने ग्राम प्रधान को झूठे छेड़खानी के मुकद्द्मे में फसाने की धमकी दे डाली जिससे ग्राम प्रधान स्वयं ग्राम पंचायत सचिवालय में अपने कार्यों हेतु नही जा पा रहे हैं।
ग्राम प्रधान सुरजीत कुमार ने बताया कि वे चाहते हैं ग्राम पंचायत सचिवालय जनता के लिए बना है जनता वहां जाकर अपने काम करवा सके परन्तु इस तरीके से सहायिका के कामों से जनता परेशान है।