अटेवा के बैनर तले शिक्षक-कर्मचारी निकालेंगे आक्रोश मार्च

0
73

इटावा।वर्षों से एनपीएस की मार झेल रहे शिक्षक-कर्मचारियों को अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने यूनीफाइड पेंशन स्कीम को 1 अप्रैल 2025 से लागू करने की घोषणा की गई है जिसका सभी शिक्षक-कर्मचारी पूर्ण रूप से विरोध कर रहे हैं। बताते चलें कि पिछले वर्ष 1 अक्टूबर को देश के तमाम संगठनों ने अटेवा/nmops के बैनर तले लाखों शिक्षक कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की आवाज को उठाया था। जिसमें जनपद से हजारों की संख्या में समस्त विभागों से कर्मचारी दिल्ली पहुंचा था।
पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन की कमान संभाल रहे अटेवा के जिलाध्यक्ष अजय कुमार यादव ने हमारे संवाददाता को बताया कि यूनिफाइड पेंशन स्कीम तो एनपीएस से भी खराब है क्योंकि इसमें कर्मचारियों की सारी जमा पूंजी को जब्त कर पेंशन देने की बात की गई है और भी कई विसंगतियां हैं जिससे देश का शिक्षक-कर्मचारी आक्रोशित है और 26 सितम्बर को पूरे देश में इसके खिलाफ आक्रोश मार्च निकाली जा रही है।
इसी क्रम में आज जनपद इटावा के समस्त विभागों के समस्त संगठनों के पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक का आयोजन सिंचाई विभाग प्रांगण में किया गया जिसमें जनपद के लगभग 32 कर्मचारी संगठनों ने प्रतिभाग किया।


बैठक में सभी ने एक स्वर में अटेवा द्वारा चलाये जा रहे पेंशन आंदोलन की तारीफ करते हुए आक्रोश मार्च को अपना समर्थन देते हुए सभी शिक्षक-कर्मचारियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की। यह आक्रोश मार्च (बाइक रैली) डायट इटावा से अपराह्न 3 बजे शुरू होकर शहर के प्रमुख चौराहों जैसे पक्का तालाब- नगरपालिका- नौरंगाबाद – रामगंज – बस स्टैंड- भरथना चौराहा- विजयनगर- आईटीआई चौराहा होते हुए कचहरी जिलाधिकारी कार्यालय पर समाप्त होगा। जिला पर्यवेक्षक राजेश जादौन ने बताया कि यह मार्च जनपद इटावा के इतिहास में अभूतपूर्व होगा ये आंदोलन धीरे-धीरे जनांदोलन बनने जा रहा है। इस रैली में शिक्षक-कर्मचारियों के साथ तमाम शिक्षामित्र- अनुदेशक – वित्तविहीन व दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी भी शामिल होंगे। जनपद के तमाम गैर राजनैतिक सामाजिक संगठन भी अपना समर्थन अटेवा को दे रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here