इटावा – जनपद के ताखा तहसील का मोहरी गांव इस तरीके से बदहाली की मार झेल रहा है कि गांव में कही सड़कें उखड़ी पड़ी है तो कही सड़कों में पानी भरा हुआ है। साथ ही मोहरी गांव की गौशाला में गौवंशों की उचित देखरेख ना होने के कारण गौवंशों की मौत का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक और जहां चारे तथा समुचित देखरेख के अभाव में गौवंश अपना दम तोड रहे है तो वही दूसरी ओर सड़कों का निर्माण सही से ना होने के कारण सड़कें भी उखड़ चुकी है तथा सड़कें तालाब में तब्दील होती हुई नजर आ रही है। ग्राम निवासियों ने बीते कुछ दिनों पूर्व तहसील दिवस पर जिलाधिकारी इटावा को एक लिखित शिकायती पत्र दिया था, जिसमे बताया गया था कि गांव की कुछ इंटरलॉक सड़के और नालियां डेढ़ वर्ष पूर्व बनवाई गई थी जो कि पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है साथ ही नालियां टूट जाने के कारण बरसात का पानी भी गलियों में भर रहता है, जिसकी वजह से लोगों को आने-जानें में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बीत 15 जून को भी ग्राम वासियों ने उक्त समस्या से जिलाधिकारी को अवगत कराते हुए लिखित प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन ब्लॉक कर्मचारियों तथा ग्राम प्रधान की सांठ-गांठ के चलते कोई भी कार्यवाही नही हुई तथा समस्या का समाधान किए बिना ही ग्राम निवासियों की शिकायत का निस्तारण कर दिया गया । ग्राम वासियों का कहना है कि अगर सड़कों की हालत में जल्द से जल्द सुधार न किया गया तो सड़कों की खस्ता हालत होने के चलते कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है ।
ताजा मामला इसी गांव की गौशाला से जुड़ा हुआ है, जहा पर चारे के अभाव में गौवंश अपना दम तोड़ते हुए नजर आ रहे है । ग्रामीणों का कहना है गौवंश के लिए चारा तथा इलाज की समुचित व्यवस्था ना होने के कारण गौवंश दम तोड रहे है। हाल ही में गौशाला से कुछ ही दूरी पर गौवंश का शव पाया गया है।गांव के ही एक व्यक्ति ने जानकारी देते हुऐ बताया है कि इस गौशाला में आए दिन एक नहीं कई गौवांशों की मौत हो चुकी है और शव को ऐसे ही खुले में फेंक दिया जाता है । गौवंश के शव को ऐसे ही कुत्ते व पक्षी अन्य जानवर नोच-नोच कर खाते हुए नजर आते है। ग्रामीणों का कहना है ग्राम प्रधान और सचिव गांव की समस्या पर कतई ध्यान नहीं देते है तथा गांव की समस्या को हमेशा नजर अंदाज कर देते है जिसके चलते ही आज मोहरी गांव बदहाली की मार झेल रहा है ।
..ऐसे में सवाल यह उठता है जहां एक छोटे से गांव की गौशाला भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी है तो वहीं दूसरी ओर उसी गांव की सड़कें भी भ्रष्टाचार का शिकार हुई है, जिसका नतीज यह है कि गौवंश गौशाला में चारे के आभाव में अपना दम तोड रहे है तथा सड़कें भी उखड़ होकर तालाब में तब्दील होती जा रही है।