इटावा। राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास से मनाई गई इस मौके पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अपना दल एस डा०हरिशंकर पटेल ने कहा की भारत की 565 रियासते को एक करने का आदभ्य साहास लौह पुरुष सरदार पटेल में ही था इस मौके पर कार्यवाहक उपाध्यक्ष अपना दल एस हरिओम सिंह चौहान ने कहा अगर 565 रियासते एक ना होती तो भारत के अन्दर घूमने के लिए भी बीजा लेना
पड़ता।केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार भारत “माननीय अनुप्रिया पटेल” जी राष्ट्रीय अध्यक्ष अपना दल (एस) के निर्देशनुसार राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयन्ती अपना दल (एस) इटावा ने पक्का तालाब स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की मूर्ति में माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर बड़ी धूम धाम से मनाई।डा० हरीशंकर पटेल “राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य” अपना दल (एस) ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तिव व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहां कि लौह पुरुष’- एक ऐसी शख्सियत, जिनकी दूरदर्शिता और अदम्य इच्छाशक्ति आज भी भारत के एकीकरण की कहानी बयां करती है। सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन,उनकी ओर से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका और आधुनिक भारत के निर्माण में उनके योगदान पर प्रकाश डालता है।
पटेल ने भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 565 रियासतों को भारतीय संघ में मिलाने में अद्धितीय कार्य किया।अपना दल (एस) इटावा कार्यवाहक जिला उपाध्यक्ष हरिओम सिंह चौहान ने सरदार वल्लभ भाई पटेल का परिचय देते हुए कहां कि पटेल सहाब ना होते तो भारत की 565 रियासतो में जाने के लिए बीजा लेना पड़ता देश हित में कठोर निर्णय लेने वाले पहले भारतीय बने।इन्जी० राजेश कुमार वर्मा सक्रिय सदस्य अपना दल (एस)ने बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल जी ने जिस काम का वीणा उठाया उसे पूरा करके दिखाया पटेल जी ने बाराडौली में भी जीत हासिल करने के बाद महिलाओं ने पटेल जी को सरदार की उपाधि प्रदान की थी।
लौह पुरुष सरदार पटेल जी की जयंती को मनाने में मुख्यरूप से रंजीत सिंह , अलंकार वर्मा , सत्येन्द्र वर्मा अंकित वर्मा ,सहित अनेकों महानुभाव उपस्थित रहें।