
सभी बाल वैज्ञानिकों के खातों में ₹10,000 की धनराशि भारत सरकार के द्वारा प्रदान की जायेगी
इटावा।भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा देश भर के स्कूलों में नवोन्वेष की भावना तथा विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए संचालित इंस्पायर मा नक योजना में जनपद के 118 बाल वैज्ञानिकों के मौलिक विचारों को प्रोटोटाइप तथा मॉडल में बदलने के लिए चयन किया गया है।
सभी बाल वैज्ञानिकों के खातों में ₹10,000 की धनराशि भारत सरकार के द्वारा हस्तांतरित की जा रही है ।

योजना के द्वितीय चरण में इस धनराशि का प्रयोग करके मौलिक विचारों को भौतिक रूप में मॉडल के रूप में परिवर्तित करके आगामी दिनों में जिला स्तरीय प्रदर्शनी में प्रतिभाग करेंगे।
इस वर्ष राजकीय माध्यमिक स्कूलों से पांच बच्चे, सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों से 14 बच्चे, वित्त विहीन माध्यमिक स्कूलों से पांच बच्चे, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 8 बच्चे ,मदरसा के पांच बच्चे
तथा बेसिक शिक्षा परिषद के 82 बच्चों के विज्ञान आधारित विचारों को मूल्यांकन की कसौटी पर खरा पाया गया है।
विकास खण्ड बढ़पुरा के परिषदीय विद्यालयों से 21 बच्चों के मॉडलो का चयन किया गया है, जो संख्या जनपद में सबसे अधिक है। खण्ड शिक्षा अधिकारी बढ़पुरा श्री बीरेंद्र सिंह जी ने बताया कि बढ़पुरा पिछले चार सालों से इन्स्पायर अवॉर्ड मानक योजना में जनपद में पहले स्थान पर रहा है। सभी चयनित बच्चो को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं।
सूचना संकलन अशोक कुमार यादव प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय बूसा बढ़पुरा (सदस्य मिशन शिक्षण संवाद) इटावा तथा प्रदीप कुमार (जिला नोडल इन्स्पायर अवॉर्ड) हिन्दू विद्यालय जसवन्तनगर इटावा।
ब्रजेश पोरवाल सब एडीटर दूत-समाचार