Homeजीवन मंत्रजहरीले करैत सर्प ने अर्जुन को काटा:सैफई भर्ती

जहरीले करैत सर्प ने अर्जुन को काटा:सैफई भर्ती

इटावा में है कोबरा, करैत सर्प की मौजूदगी

इटावा- जसवंतनगर क्षेत्र के बलरई निवासी रेलवे विभाग में कार्यरत ग्रुप डी के कर्मचारी 24 वर्षीय अर्जुन को कल देर रात्रि लगभग साढ़े 3 बजे बिस्तर में घुसकर तकिए के पास बैठे खतरनाक सर्प करैत ने सिर में काट लिया। जिसके बाद उसे बिलकुल भी दर्द का कोई अहसास ही नहीं हुआ और लगभग सुबह 6 बजे ठीक 2 घंटे बाद उसके पेट में तेज दर्द की शिकायत होने पर घरवालों ने डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने सर्प दंश की पुष्टि की। इसके बाद अर्जुन को गंभीर हालत में सैफई पीजीआई में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
सर्पदंश से पीड़ित अर्जुन ने घरवालों को बताया कि, उसे चक्कर के साथ उल्टी आ रही है तेज घबराहट,बैचेनी के साथ चक्कर आ रहे है और सांस लेने में भी काफी दिक्कत हो रही है कुछ भी बोलने में परेशानी हो रही है और पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द हो रहा है। घरवालों ने देखा तो पाया कि, उसके बिस्तर में खतरनाक करैत सर्प घुसा था जिसे बाद में मार दिया गया। धीरे धीरे अर्जुन को आंखों से धुंधला भी दिखाई देने लगा था जो कि न्यूरो टॉक्सिक वेनम के प्रभाव के कारण ही होता है। लेकिन समझदारी से काम लेने पर सर्पदंश में समय से इलाज शुरू हो जाने से किस्मत से अर्जुन की जान बच गई। इलाज के बाद अब अर्जुन की हालत में काफी सुधार है वह बात भी कर पा रहा है।

समझदारी के निर्णय से बची अर्जुन की जान

वहीं घरवालों ने सर्प की पहचान के लिए जनपद के सर्प एवम वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ.आशीष त्रिपाठी से फोन पर संपर्क किया तब डॉ आशीष ने उसकी पहचान बेहद ही खतरनाक करैत सर्प के रूप में की।
वन्यजीव विशेषज्ञ,संस्था ओशन के महासचिव डॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि,अर्जुन को करैत सर्प ने काटा था जो कि,एक बेहद ही खतरनाक न्यूरो टॉक्सिक वेनम धारी सर्प होता है। जो कोबरा सांप से भी ज्यादा खतरनाक सांप होता है। समय से अस्पताल पहुंचने और इलाज मिलने से ही आज अर्जुन जीवित रह सका है।
इस घटना के बाद डॉ. आशीष ने जनपद की जनता से अपील करते हुए कहा है कि,अगर अर्जुन के परिवार वालों ने सर्पदंश में सही इलाज की जगह अंधविश्वास में आकर झाड़ फूंक कराई होती तो आज अर्जुन जीवित नहीं होता। कोबरा के दंश में आधे घंटे में ही और करैत के दंश में लक्षण देर से (लगभग 2 घंटे बाद) प्रकट होते है। अतः बेहद ही सावधान रहें। सर्प दंश के बाद सीधे नजदीकी अस्पताल ही जाएं।

बरसात में रहें सजग और बेहद सावधान

बरसात के इस मौसम में ग्रामीणों,मजदूरों की झोपड़ी कच्चे घर या खेतों के आसपास बने मकानों में भी रहने वाले सभी लोगों को बेहद ही सजग और सावधान रहने की आवश्यकता है। क्यों कि, कोबरा या करैत सर्प जमीन पर सोए व्यक्ति को जरा सा खतरा महसूस होने पर आसानी से काट सकते है अतः जमीन पर सोते समय या खुले में बिस्तर पर सोते समय हमेशा ही मच्छरदानी का प्रयोग करें साथ ही घर के बाहर अंधेरे में जाते समय जूते पहनकर डंडा या टॉर्च साथ लेकर ही निकलें।

जनपद में उपलब्ध है सर्पदंश का सुरक्षित इलाज

सर्पदंश विशेषज्ञ डॉ.आशीष त्रिपाठी ने बताया कि,इस समय इमरजेंसी सैफई पीजीआई सहित जिला अस्पताल मोतीझील इटावा एवम जनपद के सभी सीएचसी और पीएचसी पर एंटीवेनम उपलब्ध है। अतः सर्पदंश होने पर बिल्कुल न घबराएं सिर्फ सही समय के अंदर ही मरीज को सिर्फ अस्पताल ही लेकर जाएं।

इटावा में तेजी से बढ़ी है सर्पदंश जागरूकता

हालांकि जनपद इटावा में अब संस्था ओशन द्वारा चलाए जा रहे सर्पदंश जागरूकता अभियान का बहुत ही बड़ा असर अब दिखाई देने लगा है जिसकी वजह से अब लोगों ने सर्पदंश के बाद झाड़ फूंक कराना लगभग बंद ही कर दिया है और अब सीधे नजदीकी अस्पताल जाकर सर्पदंश का सुरक्षित इलाज कराने लगे है।

सर्पदंश से मृत्यु होने पर 4 लाख मिलती है सहायता

ज्ञात हो कि, उत्तर प्रदेश में सर्पदंश अब राज्य आपदा घोषित है एवम सर्पदंश से मृत्यु हो जाने पर उतर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत नियमानुसार लिखित कार्यवाही पूर्ण होने पर निर्धारित 7 दिनों के अंदर 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता पीड़ित परिवार को देने का प्रावधान किया गया है। कभी भी सर्पदंश होने पर
सर्पदंश सहायता हेल्पलाइन पर तत्काल ही संपर्क करें।

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